ग्रामीण पाइप लाइन पेयजल योजना से खत्म होगा पेयजल संकट

Update: 2016-10-12 21:30 GMT
ग्रामीण पाइप पेयजल योजना से पेयजल की समस्या से छुटकारा दिलाने की तैयारी

किशन कुमार- कम्युनिटी जर्नलिस्ट

रायबरेली। जिले के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को जल्द ही पेयजल संकट से मुक्ति मिलने वाली है। जिले के अधिकांश क्षेत्रों में पानी की सप्लाई के लिए बनाई गई टंकियों का निर्माण कराया गया था, जिसमें से कई टंकियां इस समय जर्जर हो गई थीं, उनकी मरम्मत शुरू हो गई है।

जल निगम की जिले में 80 पानी की टंकियां है, इनमें पांच जगहों (खरौली, बंधवी, ऊंचाहार, बेहटा कला, जगतपुर) पर टंकियां खराब हो चुकी हैं, जिनकी जगह पर नई टंकियों का निर्माण कराया जाएगा। इन टंकियों की बोरिंग और पाइप लाइन खराब हो गयी है, इनके स्थान पर नई टंकियों का निर्माण कराया जा रहा है।

ग्रामीण पाइप लाइन पेयजल योजना के तहत जिले में 26 टंकियों के निर्माण किया जाएगा, जिस पर करीब 23 करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं।

भीतरगांव, सिधौना, खरगापुर, कोरिहर और भितरी क्षेत्रों में पांच जगह टंकियों का निर्माण पूरा हो गया है। इसके साथ साथ अन्य क्षेत्रों में भी काम जल्द पूरा कराने का प्रयास किया जा रहा है।
जनार्दन सिंह, एक्सइएन- जल निगम

जल निगम के मुताबिक जिले के बावनबुजुर्गबल्ला, शेषपुर समोधा, भीतरगांव, सिधौना, भितरी, बीजेमऊ, खपुरा, कान्हामऊ, बकुलिहा, राही, खरगापुर, रसूलपुर, तेरूखा, कोरिहर, जोहवासर्की, सेमरी, बेलाखारा, गौरा हरदो, पाहो, इटौराबुजुर्ग, बेला-भेला, खरौली, ऊँचाहार देहात, बेहटा कला, गंधवी, जगतपुर, कोटरा और बहादुरगंज में नई टंकियों का निर्माण कराया जा रहा है।

ग्रामीण पाइप पेयजल योजना से ग्रामीणों को पाइप लाइन द्वारा नल के ज़रिए पेयजल उपलब्ध होने से गाँवों में पेयजल की बड़ी समस्या से छुटकारा दिलाने की तैयारी है, जिससे गाँव के निवासियों खासतौर से महिलाओं को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद की जा रही है।

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